हाल ही में, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने दूध वाली चाय को स्वास्थ्य के लिए खतरनाक बताया है। यह दावा कई लोगों के लिए चौंकाने वाला है, क्योंकि दूध वाली चाय भारत में सबसे लोकप्रिय पेय पदार्थों में से एक है। लेकिन क्या सचमुच दूध वाली चाय उतनी ही खतरनाक है जितनी ICMR बता रही है? आज हम ICMR के दावों को समझते हैं और जानते हैं कि दूध वाली चाय के बजाय आप कौन सी चाय पी सकते हैं:
ICMR के दावे:
- ICMR का कहना है कि दूध में मौजूद कैसिइन नामक प्रोटीन चाय में मौजूद पॉलीफेनॉल्स नामक एंटीऑक्सीडेंट के साथ प्रतिक्रिया करता है, जिससे उनकी एंटीऑक्सीडेंट क्षमता कम हो जाती है।
- पॉलीफेनॉल्स हृदय स्वास्थ्य, कैंसर से बचाव और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने जैसे कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
- ICMR यह भी सलाह देता है कि चाय पीने से पहले या बाद में कम से कम एक घंटे तक दूध का सेवन न करें।
दूध वाली चाय के खतरे:
- अनिद्रा: दूध में ट्रिप्टोफेन नामक अमीनो एसिड होता है, जो नींद लाने में मदद करता है।
- वजन बढ़ना: दूध में कैलोरी और वसा की मात्रा अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ सकता है।
- पाचन संबंधी समस्याएं: कुछ लोगों को दूध से अपच, दस्त या पेट फूलना जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
दूध वाली चाय के विकल्प:
- काली चाय: काली चाय में पॉलीफेनॉल्स की मात्रा अधिक होती है और यह दूध के साथ नहीं आती है।
- हरी चाय: हरी चाय में भी पॉलीफेनॉल्स की मात्रा अधिक होती है और यह दूध के साथ नहीं आती है।
- सफेद चाय: सफेद चाय में पॉलीफेनॉल्स की मात्रा सबसे अधिक होती है और यह दूध के साथ नहीं आती है।
- अदरक वाली चाय: अदरक वाली चाय पाचन के लिए अच्छी होती है और सर्दी-जुकाम से राहत दिलाती है।
- पुदीने की चाय: पुदीने की चाय पाचन के लिए अच्छी होती है और तनाव को कम करती है।
अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें:
ICMR के दावों में कुछ सच्चाई हो सकती है, लेकिन दूध वाली चाय को पूरी तरह से खतरनाक बताना अभी पूरी तरह से सही नहीं है। अतः, यह आप पर निर्भर करता है कि आप कितनी दूध वाली चाय पीना चाहते हैं।यदि आप चिंतित हैं, तो आप दूध वाली चाय के उपरोक्त विकल्पों में से किसी एक को चुन सकते हैं।यह भी ध्यान रखें कि हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है और दूध वाली चाय का हर किसी पर अलग प्रभाव पड़ सकता है।इसलिए, यदि आपको कोई स्वास्थ्य समस्या है, तो दूध वाली चाय का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और बुद्धिमानी से चुनाव करें!